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लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के जीवनदायी स्वास्थ्य विभाग यानी 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने जनवरी से अब तक सैलरी न मिलने और सुरक्षा के लिए उपकरण न मिलने को लेकर शिकायत की है. कर्मचारियों ने मांग पूरा नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी है. यूपी में 102 और 108 की इमरजेंसी एंबुलेंस सर्विस प्राइवेट कंपनी ‘जीवीके’ यूपी सरकार के अंतर्गत कॉन्ट्रैक्ट पर है. इसमें करीब 17000 हजार कर्मचारी हैं, जिसमें एंबुलेंस ड्राइवर, आपातकालीन तकनीशियन आते हैं. राज्यों में लगभग 4500 एंबुलेंस तैनात हैं. ये कर्मचारी निजी कंपनी यानी जीवीके के साथ अनुबंध पर हैं. इस कंपनी का कहना है कि कोरोनावायरस जैसी महामारी में कार्य करने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाए.
कर्मचारियों ने खत लिखकर मांग की है कि एंबुलेंस में खुद के सुरक्षा के लिए उपकरण जैसे- मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर, पीपीई, हैंडवाश आदि की कमियों की पूरा करें. वहीं, जनवरी से लेकर अब तक दोनों माह की सैलेरी तत्काल रूप में रिलीज की जाए. साथ ही कोरोना जैसी महामारी में काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि सैलरी में वृद्धि के साथ दी जाए. कर्मचारियों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा 50 लाख का बीमा देने का हुआ है, वह तत्काल प्रभाव से हमारे एंबुलेंस कर्मचारियों पर लागू की जाए.
इन मांगों के साथ कर्मचारियों का कहना है कि सेवा प्रदाता इस सभी मांगों की पूर्ति नहीं की जाती है तो हम सभी मजबूर होकर 31 मार्च को कार्य स्थगित कर घर लौट जाएंगे. यानी एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर जाने की धमकी दे दी है.
बता दें कि दुनिया के साथ-साथ भारत में भी कोरोनावायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है. 180 से ज्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस अब तक 33,000 से ज्यादा जानें ले चुका है. दुनियाभर में करीब 7 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं. भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1251 हो गई है. बीते 24 घंटे में इसके 227 नए मामले सामने आए. देश में अभी तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 102 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं. केंद्र सरकार ने इससे बचाव के चलते ही देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है.14 अप्रैल को यह लॉकडाउन खत्म होगा.
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